रविवार 27 अप्रैल को वृन्दावन हॉल रायपुर में एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के जाने माने मशहूर कवियों ने शिरकत की। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मनोज दुबे (मध्यप्रदेश,) विशिष्ट अतिथि डॉ बीना सिंह रागी एवं कार्यक्रम के अध्यक्ष बृजेश मल्लिक के द्वारा मां सरस्वती के आगे दीप प्रज्जवलित किया गया इसके उपरांत सुषमा पटेल के द्वारा सरस्वती वंदना का बहुत ही मधुर कंठ से गायन किया गया।इस आयोजन में रायपुर दुर्ग भिलाई बिलासपुर और छत्तीसगढ़ के अन्य स्थानों से कवि और कवयित्रीयो ने आकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई जो साहित्य सागर मंच की बढ़ती लोकप्रियता की ओर इंगित करती है।प्रमुख साहित्यकारों कवियों में डॉ बीना सिंह रागी, बृजेश मल्लिक नेहा त्रिवेदी कु रश्मि शंकुतला मिश्रा सिंधु झा सुषमा बग्गा अदिति तिवारी माला सिंह प्रकाश मंडल किशन केवलानी छवि लाल सोनी रुनाली चक्रवर्ती विवेक भट्ट अनिल राय आरव शुक्ला रवि, प्रतीक कश्यप ,वीरेंद्र शर्मा रीना अधिकारी ,अंजू शर्मा ,ओमवीर करण यशवंत यदु ,आर डी अहिरवार ,एस सरमद इमाम, प्रदीप भट्टाचार्य, संपादक छत्तीसगढ़ आसपास राजेश जैन राही ,सोनिया सोनी आलोक चंद्रा ,बलजीत कौर सब्र डॉ गोपा शर्मा ,और स्वाभिमान मंच के उदय भान सिंह चौहान विशेष रूप से उपस्थित रहे।इस कवि सम्मेलन में मुख्य रूप से श्रृंगार वीर ओज के अलावा समसामयिक विषयों जैसे पहलगांव की घटना पर सबके तीख़े तेवर दिखाई दिए। मध्यप्रदेश इंदौर से विशेष आमंत्रित कभी मनोज दुबे के द्वारा पापा के ऊपर मार्मिक कविता को सुनकर अधिकांश लोगे कि आंखों से अश्रु धारा बहने लगी।डॉ बीना सिंह रागी के द्वारा सच में बे बड़े साहसी थे जो बुनते साड़ी बनारसी थे कविता के माध्यम से महिलाओं की स्थिति का यथार्थ चित्रण किया।इस कार्यक्रम का मंच संचालन रविन्द्र सिंह दत्ता और संजय कुमार के द्वारा बड़े ही रोचक और शायराना अंदाज मे किया गया। अंत में मध्यप्रदेश से पधारे मनोज दुबे का मोमेंटो और शाल श्रीफल साथ ही डॉ बीना सिंह, बृजेश मल्लिक ,नेहा त्रिवेदी को भी शाल श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। प्रतीक कश्यप को साहित्य सागर रत्न उनके बेहतरीन काव्य पाठ के लिए प्रदान कर शाल श्रीफल भेंट कर उन्हें भी सम्मानित किया गया।इस कार्यक्रम में सभी साहित्यकारों ने अपनी प्रतिभा के अनुरूप काव्य पाठ कर सभी श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया और काव्य सागर में निरन्तर गोते लगाते रहे। इसी कड़ी में साहित्य सागर मंच के अध्यक्ष रवीन्द्र सिंह दत्ता के द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया और घोषणा की गई कि जुलाई 2025 में एक और भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।
*वृन्दावन हॉल में गूंजे कवियों के तराने*